अपने बच्चों के लिए आज के साथ-साथ उनके कल का भविष्य भी सुरक्षित रखना अहम जम्मेदारी है. उन्हें समय-समय पर जिंदगी के अलग-अलग मोड़ पर मदद की जरूरत होती है. उनकी ऐसी तमाम जरूरतों को ध्यान में रखते हुए लाइफ इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन ने न्यू चिल्ड्रन मनी बैक प्लान (LIC New Children Money Back Plan) लॉन्च किया था. इस प्लान को ऐसी तमाम जरूरतों को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है.

LIC New Children Money Back Plan (Table No 932) नॉन लिंक्ड (बाजार के जोखिम से मुक्त), इंडिविजुअल लाइफ इंश्योरेंस मनी बैक प्लान है. पॉलिसी के दौरान यह बच्चों के लिए रिस्क कवर की तरह काम करता है. इस प्लान के लिए एंट्री एज 0-12 साल है और पैरेंट या ग्रांड पैरेंट अपने बच्चों के लिए इस प्लान को खरीद सकते हैं. यह पॉलिसी 25 साल की उम्र होने पर मैच्योर हो जाती है. इस तरह किसी बच्चे के लिए पॉलिसी की अवधि इस बात पर निर्भर है कि किस उम्र में इस प्लान को खरीदा गया है. वैसे यह अधिकतम 25 साल और न्यूनतम 13 सालों के लिए है. इस पॉलिसी के लिए मिनिमम सम अश्योर्ड 1 लाख रुपए है. मैक्सिसम सम अश्योर्ड की लिमिट नहीं है. पेमेंट सालाना, छमाही, तिमाही और महीनवारी आधार पर किया जा सकता है.

किस तरह मिलता है मनीबैक

यह प्लान तीन तरह का फायदा देता है. पहला सर्वाइवल बेनिफिट. इसके तहत 17, 20 और 22 साल की उम्र में सम अश्योर्ड का 20-20 फीसदी मनीबैक के रूप में मिलता है. उदाहरण के रूप में अगर 1 लाख रुपए का सम अश्योर्ड है तो 17, 20, 22 साल की उम्र में 20-20 हजार रुपए मनीबैक के रूप में मिलेंगे. 25 साल पूरा होने पर 40 हजार रुपए मिलेंगे. यह मैच्योरिटी बेनिफिट है. डेथ बेनिफिट की बात करें तो अगर बच्चे की पॉलिसी के दौरान मौत हो जाती है तो पैरेंट को सम अश्योर्ड और बोनस मिलता है. रिस्क कवर की बात करें तो 8-12 साल के बीच में पॉलिसी लेते ही रिस्क कवर शुरू हो जाता है. उससे कम उम्र होने पर पॉलिसी लेने के दो साल बाद यह शुरू होता है.

टैक्स बेनिफिट और लोन की सुविधा

राइडर की बात करें तो इसके लिए पैरेंट्स को कुछ एक्स्ट्रा प्रीमियम जमा करना होगा. इसका फायदा ये है कि अगर पैरेंट की मौत हो जाती है तो प्रीमियम का भुगतान खुद LIC करेगी और बच्चे को हर तरह का लाभ मिलता रहेगा. अगर यह राइडर नहीं लिया है तो हर हाल में प्रीमियम जमा होना चाहिए तभी यह पॉलिसी जिंदा रहेगी. इसमें निवेश करने पर सेक्शन 80सी के तहत डिडक्शन का भी लाभ मिलता है. इसके अलावा लोन की भी सुविधा उपलब्ध है.