Nokia ने अगले अपने कॉस्ट में कटौती करने और रिसर्च में ज्यादा इन्वेस्ट करने के लिए अगले दो सालों में लगभग 10000 या फिर कुल कर्मचारियों के 10 प्रतिशत के हिस्से की कटौती करने की घोषणा की है. कंपनी ने यह फैसला स्वेडन की एरिक्सन और चीन की हुवावे को टक्कर देने के लिए लिया है.

गौरतलब है कि कंपनी ने 5जी टेक्नोलॉजी के प्रमुख आपूर्तिकर्ता के रूप में अपनी भूमिका को मजबूत करने और शोध तथा विकास (आरएंडडी) कार्यों के लिए काफी निवेश किया है. नोकिया ने कहा कि पुनर्गठन का मतलब है कि अगले दो वर्षों के दौरान कर्मचारियों की संख्या घटकर 80-85 हजार तक रह सकती है. इससे 2023 तक खर्चों में 71.5 अरब डॉलर की कमी आ सकती है.

कंपनी ने यह स्पष्ट नहीं किया कि यह कटौती किन देशों या भौगोलिक क्षेत्रों में की जाएगी, लेकिन कहा कि यह कटौती उसकी मुख्य बिजनेस यूनिट्स में की जाएगी.

नोकिया के सीईओ पेक्का लुंडमार्क ने एक बयान में कहा, ‘‘यह फैसला, जो हमारे कर्मचारियों को प्रभावित कर सकता है, उसे जल्दबाजी में नहीं लिया गया है.” उन्होंने कहा, ‘‘टिकाऊ रूप से दीर्घकालिक प्रदर्शन के लिए सही सेटअप और क्षमताएं सुनिश्चित करना जरूरी है.’’

कंपनी ने कहा कि अपेक्षित बचत से आरएंडडी में निवेश बढ़ाया जाएगा तथा भविष्य की क्षमताओं और वेतन से संबंधित लागतों में बढ़ोतरी होगी. वर्तमान में नोकिया के पास कुल 90,000 कर्मचारी हैं और 2016 में Alcatel-Lucent को एक्वायर करने के दौरान हजारों कर्मचारियों को निकाल दिया था.

8 अप्रैल को नोकिया लॉन्च करेगा नया स्मार्टफोन
आपको बता दें कि HMD ग्लोबल 8 अप्रैल को एक इवेंट का आयोजन करने जा रही है जिसमें नोकिया के कई स्मार्टफोन्स और अन्य डिवाइसेज को लॉन्च किया जाएगा. खबरों के मुताबिक इस इवेंट में कंपनी अपने G सीरीज के पहले स्मार्टफोन Nokia G10 को लॉन्च करेगी. इसके साथ पावर बैंक्स व अन्य कई प्रोडक्ट्स को भी लॉन्च किया जाएगा. आपको बता दें कि इन सबके अलावा कंपनी भारत में Nokia के नए ट्रू वायरलेस ईयरफोन्स को भी लॉन्च करने की प्लानिंग कर रही है. ऐसा दावा किया जा रहा है कि इस ट्रू वायरलेस ईयरफोन में 22 घंटे की बैटरी लाइफ मिलेगी और इसका डिजाइन भी बेहद खास होगा.