भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) को वित्‍त वर्ष 2020-21 में शेयरों की बिक्री से रिकॉर्ड 37,000 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है. एलआईसी के 65 साल के इतिहास में यह पहली बार हुआ है, जब शेयरों की बिक्री से LIC को इतना बड़ा मुनाफा हुआ है. शेयर बाजार में पिछले साल रिकॉर्ड तेजी देखने को मिली. अब LIC को भी इससे फायदा हुआ है. वित्‍त वर्ष 2020 में LIC को स्‍टॉक सेल्‍स से 25,625 करोड़ रुपये का फायदा हुआ था. अब इसमें 44.4 फीसदी का अतिरिक्‍त इजाफा हो चुका है. वित्‍त वर्ष 22020-21 में देश के इस सबसे बडे़ संस्‍थागत निवेशक ने 94,000 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी की थी. यह रकम भी अब तक सबसे उच्‍चतम स्‍तर पर है.

एक मीडिया रिपोर्ट में शुक्रवार को LIC के एक वरिष्‍ठ अधिकारी के हवाले से कहा गया कि सबसे ज्‍यादा मुनाफा इक्विटी पोर्टफोलियो की वजह से आया है. LIC ने एक निवेशक के तौर पर उपलब्‍ध मौको का फायदा उठाया और लंबी अवधि में फायदा देने वाले पोर्टफोलियो को चुना. LIC ने पर्याप्‍त मुनाफा कमाने और बाजार में उपलब्‍ध मौके को भुनाते हुए विभिन्‍न सेक्‍टर्स में बिकवाली की है.

34 लाख करोड़ रुपये से ज्‍यादा की संपत्ति मैनेज करती है LIC

गौरतलबत है कि भारतीय जीवन बीमा निगम न केवल देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी है, बल्कि सबसे बड़ी संस्‍थागत निवेशक भी है. फिलहाल LIC करीब 34 लाख करोड़ रुपये से ज्‍यादा की संपत्ति का प्रबंधन करती है. केंद्र सरकार ने LIC सबसे बड़ी फाइनेंशियल रीढ़ के तौर पर काम करती है. प्रमुख तौर LIC के मुनाफे का बड़ा हिस्‍सा लॉर्च और नॉन-लिंक्‍ड पोर्टफोलियो के शेयरों की बिक्री से आता है. इसमें पारंपरिक लाइफ इंश्‍योरेंस पॉलिसीज भी शामिल हैं.

पॉलिसीहोल्‍डर्स से लेकर सरकार तक को मिलेगा इस मुनाफे का फायदा

अब LIC के इस रिकॉर्ड मुनाफे का मतलब है कि वो अपने पॉलिसीहोल्‍डर्स को बेहतर बोनस और रिटर्न्स देने में समर्थ होगी. साथ ही सरकार को अच्‍छी डिविडेंट भी दे पाएगी. LIC को अपने सरप्‍लस फंड मैनेज करने में भी मदद‍ मिलेगी. LIC के रणनीति होती है कि वो बेहतर क्‍वॉलिटी के एसेट्स का अधिग्रहण करे और मेंटेन करे. इसके अलावा कुछ चुनिंदा स्‍टॉक्‍स में बदलाव करने से भी एलआईसी को मुनाफा होता है.

इन सेक्‍टर्स में LIC ने की है निवेश

माना जा रहा है कि LIC ने विभिन्‍न इंडस्‍ट्रीज और कंपनियों में मौजूदा संकट से होने वाली चुनौतियों को भांपा है. यही कारण है कि LIC को इक्विटी पोर्टफोलियो से इतना बड़ा मुनाफा मुमकिन हो सका है. इन कंपनियों में LIC ने दशकों से अरबों रुपये का निवेश किया है. जिन सेक्‍टर्स में एलआईसी ने निवेश किया है, उनमें इन्‍फ्रास्‍ट्रक्‍चर, रियल एस्‍टेट, फाइनेंशियल सर्विसेज, कंज्‍यूमर ड्यूरेबल्‍स, ऑटोमोबाइल, मेटल्‍स एंड माइनिंग, हार्डवेयर, एंटरटेनमेंट एंड सर्विसेज आदि हैं.

कोरोना वायरस महामारी की वजह से इन सेक्‍टर्स पर बुरा असर पड़ा है. महामारी की वजह से इन सेक्‍टर्स की कंपनियों के स्‍टॉक्‍स में बढ़त नहीं देखने को मिल रही है. आमतौर पर इन कंपनियों के एलआईसी अपने फंड का अच्‍छ-खासा निवेश करती है. अब एलआईसी इन सेक्‍टर्स से हटकर अन्‍य सेक्‍टर्स में निवेश कर रही है.

इन सेक्‍टर्स में LIC ने की सबसे ज्‍यादा बिकवाली

इन्‍फ्रास्‍ट्रक्चर इंडस्‍ट्री में LIC ने अपने निवेश को सबसे ज्‍यादा घटाया है. मार्च 2020 तक इन्‍फ्रास्‍ट्रक्‍चर सेक्‍टर में एलआईसी का कुल निवेश करीब 24,000 करोड़ रुपये था. जोकि अब घटकर करीब 4,100 करोड़ रुपये पर आ गया है. इसी प्रकार आईटी और सॉफ्टवेयर सेक्‍टर में पिछले साल मार्च तक एलआईसी का निवेश 55,000 करोड़ रुपये था. अब यह कम होकर 11,600 करोड़ रुपये पर आ गया है. मिंट रिसर्च ने अपनी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है.

इन सेक्‍टर्स में LIC ने बढ़ाया निवेश

बीते एक साल में फार्मा इंडस्‍ट्री में तेजी देखने को मिल रही है. एलआईसी ने इसमें अपना निवेश बढ़ाया है. पिछले साल तक एलआईसी ने फार्मा इंडस्‍ट्री में 17,700 करोड़ रुपये का निवेश किया था, लेकिन अब यह रकम बढ़कर 37,000 करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है. एफएमसीजी सेक्‍टर की कंपनियों में भी एलआईसी ने निवेश बढ़ाया है. पिछले साल तक इस सेक्‍टर में 15,000 करोड़ रुपये का निवेश था, जोकि अब बढ़कर 50,000 करोड़ रुपये तक बढ़ गया है.