पहले 2017 चैंपियंस ट्रॉफी, फिर 2019 विश्व कप और अब 2021 की विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (ICC World Test Championship Final 2021). विराट कोहली (Virat Kohli) की कप्तानी में भारत ने तीन आईसीसी टूर्नामेंट खेले हैं और तीनों में टीम इंडिया (Team India) खिताब जीतने में नाकाम रही है. ताजा हार टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल की है, जहां न्यूजीलैंड ने बाजी मारते हुए खिताब अपने नाम किया. इस तरह 2013 के बाद भारतीय टीम लगातार छठें टूर्नामेंट में खिताब जीतने में असफल रही और यही कारण है कि अब टीम के कप्तान विराट कोहली के खिलाफ फिर से आवाजें उठने लगी हैं. सोशल मीडिया पर उन्हें कप्तानी से हटाने की मांग होने लगी है. हालांकि, इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर ग्रेम स्वान (Graeme Swann) इससे इत्तेफाक नहीं रखते, बल्कि उन्होंने तो ये तक कहा है कि कोहली को हटाना क्रिकेट के प्रति अपराध होगा.

भारत को साउथैंप्टन में हुए आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में न्यूजीलैंड के हाथों 8 विकेट से हार झेलनी पड़ी थी. इस हार के साथ ही कोहली की कप्तानी पर फिर से सवाल उठ गए. टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए सबसे ज्यादा मैचों में कप्तानी करने वाले और सबसे ज्यादा मैच जीतने वाले विराट कोहली पर आईसीसी ट्रॉफी न जीत पाना भारी पड़ रहा है. ऐसे में कप्तानी से हटाने की मांग भी लगातार उठ रही है.

कोहली अपने काम के लिए 100 फीसदी समर्पित

इस मामले पर पूर्व इंग्लिश स्पिनर ग्रेम स्वान ने अपनी राय रखी है और कहा है कि विराट कोहली को कप्तानी से हटाना सही नहीं होगा, क्योंकि उन्होंने इस टीम को मजबूत बनाया है. स्वान ने स्पोर्ट्सकीड़ा से बात करते हुए कहा, “विराट कोहली एक चैंपियन और सुपरस्टार हैं. उन्होंने भारतीय टीम को मजबूत बनाया है. जब भी कोई विकेट गिरता है, तो आपको उनको जोश देखना चाहिए. जब कोई मिसफील्ड होती है, तो उनका चेहरा देखिए. वह अपने काम को लेकर 100 फीसदी समर्पित रहते हैं.”

कोहली को हटाना होगा अपराध, हार की वजह अधूरी तैयारी

स्वान ने साथ ही कहा कि भारत को इस मामले में कोहली से इतर देखने की जरूरत नहीं है और उन्हें हटाना क्रिकेट के प्रति अपराध होगा. इंग्लिश स्पिनर ने कहा, “जब आपके पास इतना अच्छा कप्तान है, तो उस मौके पर विराट कोहली को हटाना, क्रिकेट के खिलाफ बड़ा अपराध होगा. मुझे नहीं लगता, कि उन्हें कहीं और देखने की जरूरत है.”

पूर्व इंग्लिश स्पिनर ने फाइनल में भारत की हार की वजह तैयारियों की कमी को बताया. स्वान के मुताबिक, “भारत वह मैच इसलिए हारा क्योंकि उनकी तैयारी पूरी नहीं थी और वह पूरी तरह से अभ्यास नहीं कर पाए थे.”

कप्तानी से ज्यादा बल्ले से नाकाम कोहली

हालांकि, फाइनल में कोहली की कप्तानी पर ज्यादा सवाल नहीं उठे, लेकिन बल्ले से उनकी नाकामी ने भी सवाल खडे किए. मैच की पहली पारी में उन्होंने 44 रन बनाए, जबकि दूसरी पारी में सिर्फ 13 रन ही बना सके. मैच के आखिरी दिन दूसरी पारी में वह सबसे पहले आउट हुए थे और उसके बाद भारतीय पारी लड़खड़ा गई थी. टीम इंडिया सिर्फ 170 रन ही बना सकी थी और न्यूजीलैंड के सामने सिर्फ 139 रनों का लक्ष्य रखा गया था, जिसे कीवी टीम ने सिर्फ 2 विकेट गंवाकर हासिल कर लिया.