चंडीगढ़. चंडीगढ़ में सोमवार को माहौल देखने लायक था. पंजाब कांग्रेस के नए मुखिया बनाए गए नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) पार्टी के विधायकों और वरिष्ठ नेताओं से घर-घर जाकर मिल रहे थे. केक काटने, मिठाइयां खाने-खिलाने, पीठ थपथपाने और पार्टी के वरिष्ठ सदस्यों से सीधी मुलाकात को देखकर पता चल रहा था कि यह नई 'सिद्धू टीम' तैयार हो रही है. हालांकि, इस दौरान कैप्टन अमरिंदर (Captain Amarinder Singh) से कोई मुलाकात नहीं हुई और ना ही कोई बधाई संदेश प्राप्त हुआ. प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) की सलाह पर सिद्धू का एक अलग चेहरा भी देखने को मिला. कभी घमंडी कहा जाने वाला नेता आज सक्रिय होकर खुद विधायकों और नेताओं तक पहुंच रहा है. उन्होंने इस प्रोटोकॉल की भी चिंता नहीं कि पहले विधायक आकर उनसे मुलाकात करेंगे.


सिद्धू 11 का शीर्ष क्रम
अगर क्रिकेट की भाषा में देखें तो सिद्धू 11 के पास ऐसे कई रिजर्व खिलाड़ी हैं, जो आकार लेते दिख रहे हैं. इस टीम के शीर्ष क्रम में अमरिंदर सिंह राजा, कुलबीर सिंह जीरा और निर्मल सिंह शुतराना का नाम शामिल है. देर रात हुई बड़ी घोषणा के बाद ये विधायक सोमवार सुबह सबसे पहले सिद्धू के आवास पर पहुंचे थे. इतना ही नहीं सिद्धू की चंडीगढ़ यात्रा के दौरान राजा और जीरा पूरे समय उनकी कार में रहे. राजा ही सिद्धू की गाड़ी चला रहे थे. रास्ते के बीच में जलालपुर विधायक मदन लाल भी इनके साथ हो लिए. सिद्धू के शीर्ष क्रम में जलंधर विधायक और पूर्व हॉकी कप्तान परगट सिंह का नाम भी शामिल है. ये वो नाम है, जो सिद्धू के साथ तब भी रहे जब कोई उनका साथ नहीं दे रहा था.

सिद्धू का अनुभवी मध्यम क्रम
सोमवार को सिद्धू की गाड़ी सबसे पहले मोहाली में कुलजीत सिंह नागरा के आवास पर रुकी. राज्य में पार्टी के चार नए कार्यकारी अध्यक्षों में शामिल नागरा ने सिद्धू को गर्मजोशी से गले लगाया. उन्होंने सिद्धू के लिए केक की व्यवस्था की और कहा कि पंजाब में इस 'गेम चेंजर' नियुक्ति के साथ एक नई शुरुआत हो रही है. इसके बाद पंजाब कांग्रेस के नए मुखिया नागरा को लेकर पंजाब कांग्रेस युवा मोर्चा के अध्यक्ष बरिंदर ढिल्लन के घर पहुंचे.

कांग्रेस कैडर को अपने पक्ष में लाने के लिए सिद्धू के लिए ढिल्लन और नागरा का समर्थन अहम है. ये दोनों मिलकर सिद्धू की टीम का एक मजबूत मिडिल ऑर्डर तैयार कर सकते हैं. इसके बाद ये सभी नेता मंत्री त्रिपत राजिंदर सिंह बाजवा के घर पर चाय से पहले पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ और केंद्रीय मंत्री रजिया सुल्ताना से मिले. बाजवा को भी सिद्धू की टीम का मजबूत चेहरा माना जा रहा है.

बाजवा के घर पर ही 25 विधायकों ने सिद्धू के साथ ग्रुप फोटो लिया. इस तस्वीर ने पंजाब की राजनीति में नई गतिशीलता का संदेश दिया. जब प्रदेश कांग्रेस के बड़े नेता सिद्धू के साथ बाजवा के चंडीगढ़ के सेक्टर 2 स्थित आवास पर मौजूद थे, तब 200 मीटर से भी कम दूरी पर आधिकारिक आवास पर सीएम अपने वफादार नेताओं के साथ बैठक कर रहे थे. इस दौरान सिद्धू और सिंह की मुलाकात की खबर नहीं है. इसके अलावा सिद्धू कांग्रेस के पूर्व सीएम राजिंदर कौर भट्टल से मिले और बाद में चंडीगढ़ स्थित पंजाब कांग्रेस भवन पहुंचे.

 
निचला क्रम
सिद्धू कैप्टन अमरिंदर सिंह की तरफ से नजरअंदाज किए गए नेताओं से भी मिल रहे हैं. चंडीगढ़ आने से पहले सोमवार को उन्होंने लुधियाना, जलंधन और पटियाला में कांग्रेस विधायकों को अपने पक्ष में लाने के लिए मुलाकात की. जब सिद्धू विधायक बावा हैनरी से उनके पिता पूर्व मंत्री अवतार हैनरी से उनका समर्थन मांगने के लिए पहुंचे, तो परगट सिंह उनके साथ थे. इस दौरान विधायक संगत सिंह गिल्जियां भी हैनरी के आवास पर सिद्धू से मिलने पहुंचे थे. उन्होंने रविवार को दो और विधायक गुरकीरत सिंह कोटली और लखबीर सिंह लक्खा से भी मुलाकात की.

सुखजिंदर रंधावा भी सिद्धू की टीम के मजबूत सदस्य के रूप में उभर रहे हैं. पटियाला में विधायक मदन लाल और निर्मल सिंह शतुराना से मुलाकात के दौरान वे सिद्धू के साथ थे. जलालपुर विधायकों के साथ बैठक के दौरान विधायक वीरेंद्र सिंह पहाड़ा और दर्शन सिंह ब्रार भी मौजूद थे. सिद्धू ने मिलने की इच्छा जाहिर करते हुए इन सभी विधायकों को खुद फोन लगाया था.

मंगलवार को दुर्गियाना मंदिर और स्वर्ण मंदिर जाने के साथ भी सिद्धू का विधायकों से मुलाकात का दौर जारी रहेगा. नई 'सिद्धू टीम' के कई सदस्य उन्हें पहले ही पंजाब के लिए बड़ी उम्मीद बता चुके हैं. साथ ही यह भी कह चुके हैं कि सिद्धू की नियुक्ती के बाद पंजाब के कांग्रेस कैडर में दोबारा उत्साह आ गया है. इधर, कैप्टन अमरिंदर सिंह के खेमे में सन्नाटा बरकरार है.