संसद के गलियारे में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (BJP National President JP Nadda) का अब अपना स्थाई ठिकाना होगा. सूत्रों के मुताबिक बीजेपी संसदीय दल कार्यालय के ठीक बगल का कमरा नम्बर 4 में अब बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा को बैठने का बंदोबस्त किया जा रहा है. ये कमरा पिछले 2 साल से किसी उपयोग में नहीं था.

प्रधानमंत्री पद से हटने के बाद ये कमरा 2004 में बतौर NDA अध्यक्ष पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी को मिला था लेकिन उन्होंने कभी इसका खास उपयोग नहीं किया. हालांकि बाद में बीजेपी के वयोवृद्ध नेता लालकृष्ण आडवाणी (Lal Krishna Advani) ने इस दफ्तर का इस्तेमाल बखूबी किया और  2019 मई तक इसका उपयोग किया गया. वहीं आडवाणी के सक्रिय राजनीति से अलग होने के बाद से ये कमरा यूं ही खाली पड़ा है.

लगा हुआ है अटल बिहारी वाजपेयी का नेम प्लेट 

सम्मान के तौर पर कमरे के बाहर आज भी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी का नेम प्लेट लगा हुआ है. मालूम हो कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा (Jagat Prakash Nadda) बिहार के पटना के रहने वाले हैं और उनका जन्म 2 दिसंबर 1960 पटना में ही हुआ था. राजनीति में उन्होंने अपना करियर 1975 में संपूर्ण क्रांति आंदोलन का हिस्सा बन के साथ बनाया. इसके बाद वह अखिल भारतीय विद्यायर्थी परीशद (ABVP) में शामिल हो गए थे. जब जेपी नड्डा ने पटना विश्वविद्यालय में अपनी पढ़ाई शुरू की थी, तब उनके पिता एनएल नड्डा विश्वविद्यालय के कुलपति थे.

नड्डा ने अपने राजनीति करियर की शुरूआत कॉलेज समय से ही कर दी थी. 1977 में जेपी नड्डा ने एबीवीपी (ABVP) के टिकट पर चुनाव लड़ा और पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ के सचिव चुने गए. साल 1989 में आयोजित लोकसभा चुनावों के दौरान, जेपी नड्डा को बीजेपी की युवा शाखा के चुनाव प्रभारी के रूप में एक बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई थी. उस वक्त वह सिर्फ 29 साल के थे.