जयपुर. राजस्थान में गहलोत मंत्रिमंडल विस्तार की कवायद तेज हो गई है. इस बीच राजस्थान के पीसीसी अध्यक्ष और शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasra) ने आज यानी रविवार को एक अर्जेंट बैठक बुलाई, लेकिन इस बैठक के शुरू होने के साथ ही पायलट गुट के समर्थकों ने हंगामा शुरू कर दिया. वह राजस्‍थान के पूर्व पीसीसी चीफ सचिन पायलट (Sachin Pilot) को सीएम अशोक गहलोत की जगह नया सीएम बनाने की मांग कर रहे हैं. जबकि इस बैठक में कांग्रेस संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और राजस्‍थान प्रभारी अजय माकन ने भी भाग लिया. हालांकि इस बैठक में शामिल होने पहुंचे पूर्व उपमुख्यमंत्री पायलट ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.


बता दें कि पंजाब कांग्रेस का विवाद सुलझने के बाद अब हाईकमान ने राजस्थान को लेकर कवायद तेज कर दी है. इस बीच अशोक गहलोत मंत्रिमंडल विस्तार (Ashok Gehlot Cabinet Expansion) को लेकर राजस्‍थान कांग्रेस के प्रभारी अजय माकन और कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल शनिवार को सीएम से चर्चा के बाद आज करीब दोपहर 12 बजे दिल्‍ली के लिए रवाना हो गए हैं. सूत्रों के मुताबिक, राजस्‍थान के कुछ मौजूदा मंत्रियों का पत्ता कटेगा, तो पायलट कैंप को जगह मिलेगी. हालांकि इन सभी फैसलों का ऐलान कांग्रेस हाईकमान की अनुमति के बाद ही किया जाएगा. राजस्थान मंत्रिमंडल के मौजूदा हिसाब से गहलोत सरकार में 9 और मंत्री बनाए जा सकते हैं.

वहीं, अजय माकन ने कहा कि हम जल्द ही (राज्य मंत्रिमंडल विस्तार के संबंध में) अपने फैसले की घोषणा करेंगे. इसके अलावा जिला और ब्लॉक स्तर की कांग्रेस टीमों की नियुक्ति पर राय लेने के लिए कांग्रेस विधायकों से अलग-अलग मिलने के लिए मैं 28 जुलाई और 29 जुलाई को फिर से राजस्थान का दौरा करूंगा.

सोनिया गांधी करेंगी अंतिम फैसला
बहरहाल, राजस्‍थान के प्रभारी अजय माकन (Ajay Maken) और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल आज मंत्रिमंडल में फेरबदल के बाद अंतिम नामों की सूची लेकर दिल्‍ली लौट गए हैं. इसके बाद वह कांग्रेस की अंतिरम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे. सूत्रों के मुताबिक, सोनिया गांधी ही मंत्रिमंडल के पुनर्गठन की सूची पर अन्तिम फैसला लेंगे. यही नहीं, सोनिया गांधी की हरी झंडी के बाद ही मुख्यमंत्री अशोक मंत्रिमंडल फेरबदल के लिए तारीख तय करेंगे. सूत्रों की मानें तो गहलोत मंत्रिमंडल का इसी सप्ताह विस्तार हो सकता है. हालांकि आज कांग्रेस की मीटिंग के दौरान पायलट समर्थकों द्वारा सचिन को सीएम बनाने की मांग नया बखेड़ा खड़ा कर सकती है.