ओकिनावा ऑटोटेक ने ईंधन की बढ़ती कीमतों के कारण अप्रैल, मई और जून 2021 के महीनों में बिक्री में वृद्धि देखी है. इसका एक कारण ये भी है कि इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों को तेजी से अपनाने के लिए कई राज्य सरकारों की सहायक नीतियां भी इसमें शामिल हैं. कंपनी ने वित्त वर्ष 2022 की पहली तिमाही के लिए अपने बिक्री आंकड़े साझा किए हैं. इस दौरान ओकिनावा ने देश में 15,000 से अधिक इलेक्ट्रिक स्कूटर बेचे हैं.

कंपनी ने अप्रैल में 4,467 यूनिट्स, मई में 5,649 यूनिट्स और जून 2021 यानी पिछले महीने में सबसे ज्यादा 5,860 यूनिट्स की बिक्री की. ओकिनावा ने भारत के दक्षिणी राज्यों जैसे कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र में अपनी उपस्थिति का विस्तार किया है, जिसमें बैंगलोर, कांचीपुरम, नेल्लोर और पुणे में सबसे ज्यादा खरीदार हैं.

ओकिनावा का कहना है कि iPraise + और Praise Pro सबसे पसंदीदा इलेक्ट्रिक स्कूटर थे और ये बिक्री चार्ट में सबसे ऊपर थे, जिससे संख्या में काफी विस्तार हुआ. ब्रैंड के वर्तमान में पूरे भारत में 350 से अधिक डीलर हैं और कंपनी की उपस्थिति देश के टियर-2, टियर-3 और ग्रामीण क्षेत्रों में भी है. नवीनतम घोषणा पर टिप्पणी करते हुए, ओकिनावा ऑटोटेक के एमडी और संस्थापक, जीतेंद्र शर्मा ने कहा कि FAME II योजना में संशोधन के बाद, ओकिनावा ने इलेक्ट्रिक स्कूटरों की मांग में उल्लेखनीय वृद्धि देखी, और जैसे-जैसे ईंधन की कीमतें बढ़ी हैं, लोग भी पसंद करना शुरू कर चुके हैं.

उन्होंने आगे बताया कि, लोगों को अब दूसरे स्कूटर के बजाय इलेक्ट्रिक स्कूटर्स ज्यादा पसंद आ रहे हैं क्योंकि इसमें खर्चा कम है और जिस तरह से पेट्रोल की कीमतें बढ़ रही हैं, लोगों ने इस स्कूटर्स की खरीदारी शुरू कर दी है. उन्होंने कहा कि इन दो प्रमुख कारकों के साथ, ब्रैंड ने पिछले महीने विभिन्न मॉडलों के 5,860 स्कूटर बेचे, जिनमें से 80 प्रतिशत हाई-स्पीड स्कूटर थे.

इसके अलावा, ओकिनावा को पूरे भारत में स्थानीय शोरूम में विभिन्न स्कूटर मॉडल के लिए लोग लगातार एंक्वाइरी और पूछताछ कर रहे हैं जिसमें दो गुना ज्यादा वृद्धि देखी गई है. कंपनी का कहना है कि वह केंद्र और राज्य दोनों सरकारों द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी से संतुष्ट है.