अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट में जब भी तेज गेंदबाजों की बात होती है, तो सबसे पहले नाम वेस्‍टइंडीज क्रिकेट टीम का आता है और फिर पाकिस्‍तान क्रिकेटरों का जलवा रहता है. उसके बाद ऑस्‍ट्रेलियाई गेंदबाजी की बात भी होती है. न्‍यूजीलैंड और इंग्‍लैंड की टीमों में भी समय-समय पर तूफानी गेंदबाजों का बोलबाला हमने देखा ही है. लेकिन अगर भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) में कोई तूफानी रफ्तार वाला खिलाड़ी डेब्‍यू कर ले तो क्‍या होगा? इंग्‍लैंड के खिलाफ टीम इंडिया (Team India) के लिए एक ऐसे ही तेज गेंदबाज ने अपने टेस्‍ट क्रिकेट का आगाज किया. न केवल आगाज किया बल्कि अपनी तेज रफ्तार से मेजबान इंग्‍लैंड के बल्‍लेबाजी क्रम की धज्जियां भी उड़ा दीं. इस गेंदबाज का आज ही के दिन यानी 1 अगस्‍त को जन्‍मदिन होता है.

दरअसल, हम भारतीय क्रिकेट (Indian Cricket Team) के जिस सुपरस्‍टार की बात कर रहे हैं उसका नाम मोहम्‍मद निसार (Mohammad Nissar) है. 1 अगस्‍त 1910 में जन्‍मे मोहम्‍मद निसार ने भारत के लिए अपना डेब्‍यू इंग्‍लैंड के खिलाफ साल 1932-33 में किया था. लॉडर्स पर खेले गए इस मुकाबले में निसार ने पहली पारी में पांच विकेट चटकाए. एक समय इंग्‍लैंड का स्‍कोर 19 रन पर तीन विकेट था. निसार ने दूसरी पारी में एक विकेट चटकाया. निसार तब टीम इंडिया के सबसे तेज गेंदबाज थे. बल्‍लेबाजों पर उनका आतंक इस कदर था कि उन्‍होंने टेस्‍ट क्रिकेट में जो 25 विकेट लिए उनमें से 13 बोल्‍ड या एलबीडब्‍ल्‍यू थे.

निसार के करियर का प्रोफाइल कुछ ऐसा रहा

भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्‍मद निसार ने टीम इंडिया के लिए अपने करियर में 6 ही टेस्‍ट मैच में हिस्‍सा लिया. इनकी 11 पारियों में उन्‍होंने 25 विकेट हासिल किए. इनमें पारी में उनका सर्वश्रेष्‍ठ प्रदर्शन 90 रन देकर 5 विकेट का रहा, जबकि मैच में 135 रन देकर छह विकेट का अपना सबसे बेहतरीन प्रदर्शन किया. इस दौरान निसार ने तीन बार पारी में पांच या उससे अधिक विकेट हासिल किए. जहां तक प्रथम श्रेणी क्रिकेट की बात है तो मोहम्‍मद निसार ने 93 मुकाबलों में हिस्‍सा लिया. इनमें उन्‍होंने विरोधी टीम के कुल 396 बल्‍लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई. उनका सर्वश्रेष्‍ठ प्रदर्शन प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पारी में 17 रन देकर 6 विकेट का रहा. वहीं प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उन्‍होंने 32 बार पारी में पांच या उससे ज्‍यादा विकेट अपने खाते में दर्ज किए जबकि तीन मौके ऐसे आए जब उन्‍होंने मैच में दस या उससे अधिक विकेट लेने का कारनामा अंजाम दिया.