नई दिल्ली. बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) के अनुसार, मुंबई में एक इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) को चार्ज करने करने में 15 रुपये प्रति यूनिट का खर्च आएगा. बीएमसी की कैलकुलेशन के अनुसार, एक इलेक्ट्रिक कार पूरी तरह से चार्ज होने में 20 से 30 यूनिट बिजली लेगी और इसके लिए यूज़र्स को लगभग 200 रुपये से 400 रुपये का खर्च आएगा. ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर को चार्ज करने में 3 kWh का समय लगता है. एक औसत स्कूटर को फुल चार्ज करने में तीन यूनिट लगते हैं. एक इलेक्ट्रिक व्हीकल फुल चार्ज होने पर 140 से 170 किलोमीटर तक की ड्राइविंग रेंज देता है. बीएमसी ने दादर में कोहिनूर पब्लिक पार्किंग लॉट (PPL) में शहर का पहला सार्वजनिक इलेक्ट्रिक वाहन (EV) चार्जिंग स्टेशन लॉन्च किया है और ऐसे 25 अन्य ईवी चार्जिंग स्टेशनों के बनाये जाने की उम्मीद है.


दिल्ली में आता है इतना खर्चा – दिल्ली में सरकार ने ई-व्हीकल्स की लो टेंशन चार्जिंग के लिए 4.5 रुपये प्रति यूनिट और हाई टेंशन वाले इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के लिए 5 रुपये प्रति यूनिट तय की है. चार्जिंग सुविधा के आधार पर सर्विस चार्ज भी लगाया जायेगा. दिल्ली में इलेक्ट्रिक व्हीकल को फुल चार्ज करने के लिए लगभग 120 रुपये से 150 रुपये का खर्च आएगा. सरकार का दावा है कि उसके पास देश में सबसे कम टैरिफ है. हीरो इलेक्ट्रिक, ओला, ओकिनावा और एम्पीयर ब्रांड जैसी ई-बाइक, टाटा और महिंद्रा जैसी ई-कार, ई-ऑटो और ई-कार्ट के लिए भी चार्जिंग सुविधाएं हैं.


बेंगलुरु में आता है इतना खर्चा – दिल्ली के परिवहन और पर्यावरण मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि दिल्ली और उसके आसपास 70 से अधिक चार्जिंग स्टेशन हैं, और आने वाले महीनों में कई और आने की उम्मीद है. भले ही मुंबई और दिल्ली वायु प्रदूषण को कम करने के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों को अपना रहे हैं, लेकिन बेंगलुरू के पास शहर भर में 70 स्थानों पर 136 चार्जिंग पॉइंट्स हैं. मीडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक हर महीने सिर्फ 800 से 1000 चार्जिंग सेशन ही रिकॉर्ड हो रहे हैं. कर्नाटक में रजिस्टर्ड 27,000 ई-व्हीकल्स में से 17,000 अकेले बेंगलुरु में चल रहे हैं.



राज्य सरकार का उपक्रम हर 5 किमी पर एक चार्जिंग स्टेशन बनाने का इरादा रखता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि बिजली से चलने वाले ई-व्हीकल्स कहीं बीच में फंस न जाएं. इलेक्ट्रिक व्हीकल में दो तरह के चार्ज होते हैं. इसमें एक डायरेक्ट करंट (DC) पर चलने वाला फास्ट चार्जर होता है जो इलेक्ट्रिक व्हीकल को 60 से 110 मिनट में चार्ज करता है. वहीं दूसरा स्लो चार्जर है जो 6 से 7 घंटे के बीच में इलेक्ट्रिक व्हीकल को चार्ज करता है. स्लो चार्जर को अल्टरनेट चार्ज (AC) भी कहा जाता है.