राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. सचिन पायलट कैबिनेट विस्तार (Rajasthan Cabinet Expansion) की मांग पर अड़े हुए हैं. इसी मांग को लेकर वह 5 दिनों तक दिल्ली में डटे रहे. हालांकि अब वह वापस जयपुर लौट आए हैं. पायलट (Sachin Pilot) की वापस जयपुर लैंडिंग बाद नेताओं का उनसे मिलने का सिलसिला भी शुरू हो गया है. खास बात ये है कि लंबे समय के बाद पूर्व कैबिनेट मंत्री रमेश मीणा भी पायलट से मिलने उनके आवास (Ramesh Meena meet Pilot) पर पहुंचे
रमेश मीणा सचिन पायलट के कट्टर समर्थक माने जाते हैं. अचानक दोनों की मुलाकात के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं. मंगलवार को पायलट के आवास पर नेताओं का जमावड़ा लगा (Congress Leaders Meet Sachin Pilot) रहा. विधायक रामनिवास गावड़िया, वेद सोलंकी, इंद्रराज गुर्जर, राकेश पारीक, दीपेंद्र सिंह शेखावत के पुत्र बालेंदू सिंह समेत कई नेता उनसे मिलने पहुंचे थे.
आलाकमान से मिलकर वापस लौटे पायलट
राजस्थान कैबिनेट विस्तार की मांग कर रहे सचिन पायलट ने दिल्ली में प्रियंका गांधी, राजस्थान कांग्रेस प्रभारी अजय माकन औक कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल समेत कई नेताओं से मुलाकात की. वहीं जिन नेतताओं की जयपुर में अजय माकन से मुलाकात नहीं हो सकी थी वह उनसे मिलने दिल्ली पहुंच गए हैं. पूर्व मंत्री दुर्रू मियां का नाम भी इस लिस्ट में शामिल हैं. दरअसल जयपुर में उनकी मुलाकात माकन से नहीं हो सकी थी.
राजस्थान में मुलाकातों का दौर जारी
राजस्थान में इन दिनों सियासी मुलाकातों का दौर चल रहा है. 24 जुलाई को केसी वेणुगोपाल ने अजय माकन और सीएम गहलोत से मुलाकात की थी. वहीं 28-29 जुलाई को अजय माकन ने राजस्थान के विधायकों और मंत्रियों के बारे में फीडबैक लिया था. वहीं मंगलवार को हरियाणा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा ने सीएम गहलोत से मुलाकात की थी. इस सभी मुलाकातों के अगल-अलग मायने हैं.
पिछले दिनों राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार की खबरें सामने आई थीं. माना जा रहा है कि नए कैबिनेट में पायलट गुट के मंत्रियों को जगह देकर आलाकमान पायलट गुट को शांत करने की कोशिश में करेगी.
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